*🍻🍻💥बहुत ही ध्यान से और गौर से पढे , अब तक का सबसे शानदार msg है पूरा हिंदुस्तान के लिए ...💐💐🍻🍻*


*🍻🍻💥बहुत ही ध्यान से और गौर से पढे , अब तक का सबसे शानदार msg है पूरी टीम के लिए और हिंदुस्तान के लिए भी...💐💐🍻🍻* Network Marketing आने वाले time का business ह| आपको शायद सुनने में अजीब लगे but ये हक़ीक़त बहुत जल्दी आप लोगों के सामने आने वाली है ये । और हा ये बात मैं हवा में नहीं कह रहा हूँ। इस बात में 100% सच्चाई है। Network Marketing पूरी दुनिया में बहुत तेज़ी से grow कर रही है। और जब तक दुनिया में लोग रहेंगे तब तक ये business चलता रहेगा। क्यूँकि लोगों से ही यह business चलता हैं। कोई इस business को फ़साने वाला बिज़नेस कहता है, कोई इसे बेवकूफ बनाने वाला काम कहता है, कुछ इसे फालतू लोगों का काम समझते हैं और कोई इसे time waste मानता है। इसमें मैं किसी को दोष भी नहीं देता। इसका simple सा reason है अभी Network Marketing की proper knowledge लोगों तक नहीं पहुँच पायी है। *दुनिया में कुछ काम ऐसे भी होते हैं जो लोगों को आसानी से समझ नहीं आते।*👉🏻 for example “आज हम लोग पुरे दिन में ना जाने कितनी बार Facebook या whats app पे chatting करते हैं। और उसके हम से कोई पैसे भी नहीं लिए जाते, फिर भी कमाई के मामले में Facebook का नाम top 10 websites में आता है।” कई लोगों ये बात समझ भी नहीं आती होगी कि Facebook कमाई भी करता होगा या अगर किसी को पता भी होगा तो उसका reason ही नहीं पता होगा कि income कैसे और कहाँ से होता है। 🏵🏵चलिए दोस्तों सबसे पहले ये समझना बहुत ज़रूरी है कि कोई भी industry बनती कैसे है और चलती कैसे है। अगर ये चीज़ आपको समझ आ गयी तो आपको ज्यादा कुछ deep में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। पहले ये जानना बहुत ज़रूरी है कि कोई भी industry बनती कैसे👇🏻👇🏻 *_🛡PHASES OF INDUSTRIES_* 🌍दुनिया में हरेक industry को 4 phase से गुजरना पड़ता है, और दुनिया हरेक उद्योग ऐसे ही बने थे और और आगे भी ऐसे ही बनेंगे। *Negative Phase* *Positive Phase* *Growth Phase* *Normal Phase* ये 4 phase क्या हैं ?? अब इनके बारे में थोड़ा detail से समझ लेते हैं। *🛡 Negative Phase* हर industry की शुरुआत negative phase से ही होती है, ये वो दौर होता है जब कोई नया business model market में आता है but लोगों को समझ नहीं आता। और वे इसे नकार देते हैं।और trust करना इतना आसान भी तो नहीं होता। मन में एक question आता है नयी चीज़ है क्या पता चले ना चले। For example “शुरुआत में जब banking शुरू हुयी थी तो लोगों को bank पे बिल्कुल भी ट्रस्ट नहीं था। उनको लगता था bank हमारे पैसे लेके कभी भी भाग सकता है। अपने पैसे को घर में रखना ही safe मानते थे” “Insurance Sector को लोगों ने आते ही ignore कर दिया था, वजह था trust की कमी। और reason भी जायज़ था। जब तक किसी ने insurance करवा के इसका लाभ ना लिया तब तक कोई यकीन कैसे कर सकता था। और भी बहुत सारे example हैं like IT industry, Telecom sector, Online Shopping and many more. ऐसे बहुत से example हैं जिन्हे लोगों ने आते ही “ना” कह दिया था। *🛡Positive Phase* ये वो time होता है जब लोगों को इस industry पे trust होना शुरू हो जाता है। अब लोग उस business model को accept करना शुरू कर देते हैं। उनका नज़रिया positive होने लगता हैं। इसका सबसे बड़ा reason होता है result दिखना। जब लोगों के सामने result आने शुरू हो जाता है तो लोगों का trust अपने आप बढ़ने लगता है। और वही लोग इसमें दिलचस्पी दिखाने लगते हैं जो पहले इसे ignore कर रहे थे। Bank पे लोगों को तब trust हुआ होगा जब किसी रिश्तेदार, दोस्त या पड़ोसी ने bank में पैसे रखे होंगे और उनको safety के साथ साथ interest भी मिला होगा। Insurance की value तब पता लगी होगी जब किसी दोस्त की दुर्घटना के बाद उसके घरवालों को insurance का पैसा मिला हो। *🛡Growth Phase* एक बार किसी industry पे trust होने के बाद तो उस industry की growth बहुत जल्दी और बहुत ज्यादा हो जाती है। अब किसी को industry के बारे में ज्यादा कुछ बताने या समझाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। ये वह time होता है जब लोग उस industry में invest या काम करना चाहते है। नतीजा यह होता है business अपनी पूरी speed से grow होना शुरू हो जाता है। Maximum लोग industry के growth phase में आने के बाद काम शुरू करते हैं। *🛡Competition Phase* यह एक ऐसा वक़्त होता है जब उस industry में competition बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। अब maximum लोग industry की growth देखकर इसमें काम करना शुरू कर देते हैं। ज्यादा लोगों के काम करने से ज्यादा profit के लिए सब एक दूसरे से competition करने लगते हैं। आज maximum sectors में competition हो रहा है। चाहे Bank हो, Insurance sector हो, Telecom हो या Onli

No comments

Powered by Blogger.